कुछ करो मरदानगी का काम दोस्त
पहाड़ों को प्यार करने वाले हो तुम
रुह दे दो और जान दे दो दोस्त
देखो-देखो, ज़रा देखो
पहाड़ के चारों तरफ
बादलों का घेरा कसता जा रहा है
सदियों से उठा हुआ पहाड़ों का मस्तक देखो
नीचा होता जा रहा है।।
-पद्मा सचदेव
सोमवार, 16 फ़रवरी 2009
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